मुंबई: जब से सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार की डांस -बार की नीतियों को आजीविका संबंधी अधिकार के लिए लताड़ा हैं, तब से राज्य -सरकार कुछ अजीबो- गरीब ठुमके लगा रही है , इस मामले पर।
विश्वस्वत सूत्र बताते हैं की राज्य सरकार ने एक मसौदा तैयार किया हैं डांसर और दर्शक दीघा में तीन मीटर की दूरी रहेगी, एक साथ एक पूर्व -निर्धारित संख्या से ऊपर परफ़ॉर्मर नहीं रह पाएंगे स्टेज पर आदि-आदि। इन सबके ऊपर हरेक डांस -बार की निगरानी CCTV के जरिए नजदीकी पोलिस स्टेशन में लाइव की जाएगी।
इस खबर से पुलिस स्टेशन में आने वाले की तादाद में भारी वृद्धि पायी गई हैं। कुछ लोग तो CCTV मोनिटरिंग कक्ष में बैठने का मुआयना करने भी पहुँच गए। साकीनाका थाने ने पाण्डु हवलदार और तीन सिपाहियों को इन बिन बुलाये आगंतुकों को निबटने के तीन दिन से लगा रखा हैँ। पाण्डु हवालदार ने बताया की कुछ विशिष्ट मेहमान तो दस- रुपय्ये वाली नोट की गड्डी लहराते हुए चले आते हैं। कुछ मुस्कुरा कर पूछते हैं, “शो चालु आहे काय।”
वैसे दूर -दराज़ के इलाके के पोलिस-स्टेशन में इस खबर से अजीब सी चहल-पहल दिख रही हैं। मनोरंजन के साथ -साथ एक नयी कमाई की गैलरी खुली हैं। इन थानो के कुछ कर्मचारी की चाल ही बदली सी नजर आ रही आज -कल। कुछ पोलिस जवान भी ऐसे चल रहे थे जैसे कोई आइटम -सांग पे परफ़ॉर्मर। न जाने क्यों ऐसे पोलिस स्टेशन्स में कुछ कुर्सियों का जुगाड़ में लगे है कुछ सिपाही?
इधर एक थाने के सामने वाले पान दुकान पर चौरसिया जी अपनी दुकान का capacity enhancement करते दिखे। एक अदद शेर भी बारम्बार गुनगुना रहे थे:
“राठौड़ की पप्पी , आज़म की भैंस; खोजता महकमा दल-बदल पूरा लैस
फिर कचहरी दिखाता है अपनी तैश; बची-खुची निकली पोलिसये की गैस”
पाठको को ये याद रहे मज़गाँव में बहुचर्चित जाली पोलिस -स्टेशन की खबर सबसे पहले Faking News ने ही उज़ागर की थी।
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